भारत वर्ष अनेक महापुरुषों की जन्मस्थली और कर्मस्थली है. भारत एक ऐसी पावन भूमि है जहाँ अनेकानेक महापुरुषों ने जन्म लिया और अपनी प्रतिभा और महान विचारों से न सिर्फ भारत बल्कि सारी दुनिया को अचंभित कर दिया. ऐसी ही महान विभूतियों में एक नाम स्वामी विवेकानंद जी का आता है. बात जब स्वामी विवेकानंद जी की आती है तो अनायास ही याद आती है भारत के दक्षिण में कन्याकुमारी में स्थित विवेकानंद स्मारक शिला (Vivekanand Rock Memorial) की.
विवेकानंद स्मारक शिला भारत के तमिल नाडू राज्य के कन्याकुमारी जिले के कन्याकुमारी में समुद्र में स्थित एक चट्टान है जिसे अब एक प्रसिद्द पर्यटन स्थल के रूप में स्थान प्राप्त है.
बीते वर्षों में मुझे भी कन्याकुमारी की यात्रा का सौभाग्य प्राप्त हुआ था और इस स्थान ने मुझे बहुत अधिक प्रभावित किया था. कन्याकुमारी नगर, विवेकानंद आश्रम, कन्याकुमारी का समुद्र तट, विवेकानंद शिला, संत तिरुवल्लुवर की विशालकाय मूर्ति, कन्याकुमारी देवी का मंदिर और आसपास के धार्मिक स्थानों में एक ऐसा आकर्षण है कि बार-बार कन्याकुमारी जाने का मन होता है.
कन्याकुमारी का समुद्र तट अपने आप में बहुत ख़ास है. यह स्थान बंगाल की खाड़ी, हिन्द महासागर और अरब सागर का संगम स्थल है. यहाँ समुद्र में स्नान करते हैं तो सागर की लहरों का टकराना एक बहुत ही आनंददायक अनुभव है जबकि रामेश्वरम का समुद्र तट शांत है.
सूर्योदय का दर्शन: कन्याकुमारी में सूर्योदय के विहंगम दृश्य को देखना अपने आप में एक बहुत ही प्यारा अनुभव है. समुद्र तट पर सुबह-सुबह पर्यटकों की भीड़ सूर्योदय का दृश्य देखने के लिए इकट्ठी हो जाती है. यहाँ का सूर्योदय देखना मन को एक अद्भुत शांति देता है.
विवेकानंद स्मारक शिला भी अपने आप में एक ऐसा स्थान है जहाँ का अनुभव अपने आप में अद्भुत है. यहाँ पर चारों और विशाल समुद्र दिखाई देता है और मन को एक अद्भुत शांति मिलती है. यहाँ जाने पर हमें भारत के महान संत, महापुरुष स्वामी विवेकानंद जी के जीवन के बारे में जानने का मौका मिलता है. स्वामी विवेकानंद जी को शत शत नमन.
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