आज के दौर में इंटरनेट उपभोक्ता और इंटरनेट के माध्यम से अपनी रचनात्मक प्रतिभा को उभारने वाले दोनों प्रकार के लोगों के लिए ज्यादा अवसर हैं. अगर हम आम इंटरनेट यूजर की बात करें तो पाएंगे कि पिछले वर्षों में भारत में मोबाइल पर नेट चलने वालों की संख्या में बहुत अधिक बढ़ोत्तरी हुई है. कई सारे ऐसे यूजर भी हैं जिन्होंने इंटरनेट सिर्फ मोबाइल पर ही चलाया होगा.
व्हाट्सएप्प, फेसबुक की लोकप्रियता के दौर ने आज भारत में इंटरनेट को आम आदमी के अधिक करीब ला दिया है. इस तरह के बदलते परिवेश में ब्लागरों के लिए अपने वेब पेज को भी इस तरह डिजाईन करना होगा कि उसे देखने वाले को वो ब्लॉग/वेबसाइट उपयोगी लगे और उसे कोई असुविधा न हो.
अगर आप एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हैं तो आप कई सारी बातों पर रिसर्च करते होंगे जैसे कि आप की वेबसाइट के readers आम तौर पर किस प्रकार की पोस्ट्स को ज्यादा पसंद करते हैं, किस तरह के keywords से आपकी वेबसाइट ज्यादा सर्च की जाती है आदि आदि.
हो सकता है आपकी वेबसाइट को कंप्यूटर या लैपटॉप पर पढने में ठीक हो लेकिन कोई जब उसे मोबाइल में खोलता है तो उसे इच्छित जानकारी न मिल पाती हो या फिर मोबाइल पर उसे पढने में दिक्कत होती हो. इसके लिए आपको अपने वेबसाइट/ब्लॉग को कभी-कभी मोबाइल पर भी खोल कर देखना चाहिए और उसमें आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन कर लेने चाहिए.
आजकल मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा बढ़ने लगी है जैसा कि अभी हमने ऊपर बात की है. इसलिए आज समय की मांग है कि blogs के मोबाइल version पर भी ध्यान दिया जाये.
बहुत सारे पाठक मोबाइल के माध्यम से आते हैं इसलिए ब्लॉग को मोबाइल फ्रेंडली बनाना जरुरी है.
मोबाइल फ्रेंडली ब्लॉग के लिए ध्यान देने योग्य कुछ प्रमुख बिंदु:
- ब्लॉग का background colour
- ब्लॉग पेज पर अक्षरों का रंग और आकार
- पोस्ट पर उस पोस्ट से जुडी अन्य पोस्टों की जानकारी
- ब्लॉग में होम पेज/अन्य पेज व्यवस्थित हैं या नहीं?
- समुचित और पर्याप्त backlinks
- ब्लॉग पोस्ट में अक्षरों को पढने में सहूलियत
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